नई दिल्ली : चीनीमंडी
नेशनल फेडरेशन ऑफ़ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज़ ने कहा की, विश्व का शीर्ष चीनी उत्पादक देश ब्राजील समेत अन्य कई देशों में चीनी उत्पादन घटने की संभावना बनी हुई है। केंद्र सरकार द्वारा 60 लाख टन चीनी निर्यात का लक्ष्य तय किया गया है, जो ऐसी ही स्थिती में पुरा हो सकता है, इसलिए देश की सभी चीनी मिलों को चीनी निर्यात करने के लिए आगे आने की जरूरत है। इसी सिलसिलें मे हर साल तकरीबन 50 लाख टन चीनी आयात करने वाले चीन का प्रतिनिधी मंडल 10 अक्टूबर को दिल्ली आ रहा है।
नेशनल फेडरेशन ऑफ़ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज़ के प्रबंध निदेशक डॉ. प्रकाश नाईकनवरे ने कहा की, फेडरेशन ऑफ इंडियन चेबर्स अॅन्ड कॉमर्स इंडस्ट्री (फिक्की) के हॉल में होने जा रही इस बैठक का आयोजन केंद्रीय व्यापार मंत्रालय द्वारा किया गया है। चीनी निर्यात के संदर्भ में इस चीनी प्रतिनिधी मंडल के साथ हो रही यह बैठक काफी अहम साबीत हो सकती है। उन्होंने कहा की, केंद्र सरकार द्वारा 60 लाख टन चीनी निर्यात निती का आगाज़ 1 अक्टूबर 2019 से लेकर 30 सितंबर 2020 तक होगी। देश की सभी 535 चीनी मिलों को उनके निर्यात कोटा समेत सभी अन्य बातों की जानकारी दी गई है। केंद्र सरकार की तरफ से चीनी निर्यात के लिए 10,448 रूपये प्रति मीट्रिक टन के हिसाब से आर्थिक मदद मिलेगी। वैश्विक बाजारों में चीनी की कमी होने से सबसे ज्यादा फायदा अधिशेष की समस्या से परेशान भारत को हो सकता है।
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