शामली : उत्तर प्रदेश में चीनी सीजन खत्म हुआ, लेकिन गन्ना किसानों का कहना है की उनक बकाया भुगतान अब तक पूरा नहीं किया गया है। बकाया भुगतान से किसानों कई सारी आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसान संघठनों ने भी भुगतान के लिए आक्रामक रवैय्या अपनाया है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की काका नगर में हुई बैठक में गन्ना भुगतान समेत किसानों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई।
भाकियू के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप पंवार ने कहा कि, पेराई सत्र खत्म हो गया है, लेकिन अब तक बेहद कम भुगतान किसानों को मिला है। किसान की जेब खाली है। स्थिति ये है कि धान की बुवाई के लिए किसानों को कर्ज लेना पड़ रहा है। घर खर्च चलाने में भी मुश्किल आ रही है। सरकार किसानों की परेशानी को समझे और तेजी से ब्याज समेत भुगतान कराया जाए। जो मिलें भुगतान में देरी कर रहीं, उनपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
खबरों के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में वर्तमान सरकार के गठन के उपरान्त मंत्री चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, सुरेश राणा के दिशा-निर्देशों में प्रदेष के गन्ना किसानों के भुगतान को प्राथमिकता पर रखते हुये 2017-2020 के मध्य अब तक गन्ना किसानों को रू.1,00,000 करोड़ से अधिक का भुगतान कराया गया है।
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