रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को राज्य के किसानों से अपनी खरीफ और बागवानी फसलों का बीमा कराने की अपील की। मुख्यमंत्री बघेल ने अपील में कहा कि, फसल बीमा आवश्यक है ताकि मौसम की अनिश्चितताओं और स्थानीय प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में भी किसानों की कमाई जारी रहे।
आधिकारिक बयान के मुताबिक सरकार किसानों को प्रीमियम राशि पर फसल बीमा की सुविधा मुहैया करा रही है। किसानों को खरीफ फसलों के बीमा के लिए प्रीमियम राशि का दो प्रतिशत और बागवानी फसलों के बीमा के लिए प्रीमियम राशि का 5 प्रतिशत अंशदान के रूप में देना होगा। किसान थोड़ा सा ब्याज और थोड़ी सी राशि देकर खुद को बड़े जोखिम से बचा सकते हैं। प्राप्त बीमा दावा राशि मौसम की अनिश्चितताओं और प्राकृतिक आपदाओं के साथ-साथ उत्पादन में गिरावट के कारण होने वाले नुकसान को कवर कर सकती है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसान 15 जुलाई तक धान (सिंचित और असिंचित), अरहर, मूंग, उड़द, मक्का और बागवानी फसलों का बीमा करवा सकते हैं।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, कृषि पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना और किसानों को समृद्ध बनाना छत्तीसगढ़ सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। उन्होंने कहा कि, राज्य को कृषि विकास के लिए एक आदर्श राज्य के रूप में मान्यता प्राप्त है। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसने सबसे पहले अपने किसानों को रबी सीजन 2021-22 के लिए फसल बीमा दावा राशि का भुगतान किया है। वर्ष 2021-22 में राज्य में 5,66,000 किसानों को 1,063 करोड़ रुपये की बीमा दावा राशि का भुगतान किया गया।