लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, पिछले पांच वर्षों में राज्य के गन्ना किसानों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से कुल 2,13,400 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। पीटीआई के हवाले से बिजनेस स्टैंडर्ड में प्रकाशित खबर के मुताबिक राज्य गन्ना उत्पादन प्रतियोगिताओं के विजेताओं के लिए प्रमाण पत्र वितरण समारोह में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 2017 और 2023 के बीच, डीबीटी के माध्यम से किसानों को 2,13,400 करोड़ रुपये के गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है।
आदित्यनाथ ने कहा कि, पिछली सरकारों के दौरान गन्ना किसानों का भुगतान वर्षों से लंबित रहता था, लेकिन अब यह एक सप्ताह के भीतर किया जा रहा है।योगी आदित्यनाथ ने दावा किया की, छह साल से पहले, राज्य में गन्ना किसानों को गन्ने के वजन में विसंगतियों के साथ-साथ उनकी रसीदों की चोरी के कारण रसीद प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था, जिसके कारण अक्सर किसानों द्वारा विरोध किया जाता था। इसके अलावा, चीनी मिलों के असमय बंद होने से किसानों को असुविधा होती थी। वर्षों से, किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान लंबित था, लेकिन अब यह एक सप्ताह के भीतर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि, राज्य की सभी 118 चीनी मिलें दस दिनों के भीतर किसानों को गन्ना मूल्य भुगतान की प्रथा अपनाएंगी। उन्होंने गन्ना विभाग की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि पूर्व में बंद चार चीनी मिलों को फिर से चालू किया गया है और दो नई चीनी मिलें स्थापित की गई है।