वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आठ प्रमुख उद्योगों (आईसीआई) (आधार वर्ष 2011-12) के सूचकांक के अनुसार दिसंबर 2023 के महीने में कोयला क्षेत्र ने आठ प्रमुख उद्योगों में से 10.6 प्रतिशत (अनंतिम) की उच्चतम वृद्धि दर्ज की है। कोयला उद्योग का सूचकांक दिसंबर’ 23 के दौरान 204.0 अंक तक पहुंच गया है, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान यह 184.4 अंक था और इसका संचयी सूचकांक अप्रैल से दिसंबर, 2023-24 के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 12.5 प्रतिशत बढ़ गया है।
नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि आठ प्रमुख उद्योगों के संयुक्त सूचकांक में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में दिसंबर 2023 में 3.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
आईसीआई आठ प्रमुख उद्योगों सीमेंट, कोयला, कच्चा तेल, बिजली, उर्वरक, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद और इस्पात के संयुक्त और व्यक्तिगत उत्पादन प्रदर्शन का मापन करता है।
कोयला क्षेत्र (आईसीआई में वजन 10.33 प्रतिशत ) ने आठ प्रमुख उद्योगों की समग्र वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो पिछले छह महीनों में दोहरे अंक की वृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है और पिछले दो वित्तीय वर्षों में आठ मुख्य उद्योगों की समग्र वृद्धि की तुलना में काफी अधिक है।
कोयला उद्योग के सूचकांक में प्रभावशाली वृद्धि का श्रेय दिसंबर 2023 के महीने में कोयला उत्पादन में भारी वृद्धि को दिया जा सकता है, जो 92.92 मिलियन टन (एमटी) तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष के इसी महीने के 83.91 मीट्रिक टन के आंकड़े को पार कर गया है। इसमें 10.74 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
कोयला क्षेत्र का असाधारण विस्तार, आठ प्रमुख उद्योगों के समग्र विकास को गति देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के साथ मिलकर, कोयला मंत्रालय के निरंतर प्रयासों और सक्रिय पहल का प्रमाण है। ये प्रयास “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं और आत्मनिर्भरता और ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में देश की प्रगति में योगदान करते हैं।
(Source: PIB)