चंडीगढ़, हरियाणा: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि, राज्य सरकार सहकारी चीनी मिलों को घाटे से उबारने के लिए प्रतिबद्ध है और गन्ना किसानों के हित में लगातार प्रयास कर रही है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए सरकार ने राज्य भर की चीनी मिलों की कार्य क्षमता के मूल्यांकन के लिए एक समिति का गठन किया है। मंत्री दलाल ने गन्ना मूल्य निर्धारण के लिए गठित समिति की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी।
उन्होंने समिति के सदस्य बनाए गए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि, सहकारी चीनी मिलों में चीनी की रिकवरी में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की जाए ताकि उनका घाटा कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि, चीनी मिलों को घाटे से उबारने के लिए अन्य संभावित विकल्प भी तलाशे जाने चाहिए। मंत्री दलाल ने कहा कि, पीएम के आत्मनिर्भर भारत विजन के तहत रचनात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। उस दिशा में सहकारी चीनी मिलों में एथेनॉल संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं। दलाल ने कहा कि गन्ना किसानों ने हमेशा सहकारी चीनी मिलों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।