गन्ना किसान की आत्महत्या पर अखिलेश यादव और प्रियंका गाँधी ने सरकार पर साधा निशाना

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में गन्ना किसान की आत्महत्या पर राजनीती गरमा गई है। पहले प्रियंका गांधी और अब अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि, किसानों की स्थिति खराब हुई है। मुजफ्फरनगर में सिसौली शहर के बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र में चीनी मिल ने किसान ओम पाल (55) का गन्ना लेने से इनकार कर दिया। उनके छह बच्चे हैं और उनके घर की आर्थिक स्थिति खराब थी। लॉकडाउन के दौरान हालत बिगड़ने पर उसने निराश होकर आत्महत्या कर ली। उसका तीन बीघा गन्ना खेत में पड़ा है। एसपी ने पीड़ित परिवार को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है। सरकार उन्हें 10 लाख रुपये की सहायता प्रदान करे।

इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी गन्ना किसान की आत्महत्या के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के योगी सरकार जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाया की, पेराई में परेशानी और लंबित बकाया को राज्य सरकार ही जिम्मेदार है, जिसके कारण किसानों को आत्महत्या करनी पड़ रही है।

हिंदी में ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, प्रियंका गांधी, जो पूर्वी उत्तर प्रदेश के पार्टी प्रभारी भी हैं, ने कहा था की, “अपनी गन्ने की फसल को खेत में सूखता देख और पर्ची न मिलने के चलते मुजफ्फरनगर के एक गन्ना किसान ने आत्महत्या कर ली। भाजपा का दावा था कि 14 दिनों में पूरा भुगतान दिया जाएगा लेकिन हजारों करोड़ रुपया दबाकर चीनी मिलें बंद हो चुकी हैं। मैंने 2 दिन पहले ही सरकार को इसके लिए आगाह किया था। सोचिए इस आर्थिक तंगी के दौर में भुगतान न पाने वाले किसान परिवारों पर क्या बीत रही होगी। लेकिन भाजपा सरकार अब 14 दिन में गन्ना भुगतान का नाम तक नहीं लेती।”

आपको बता दे, इससे पहले भी अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर गन्ना बकाया को लेकर सरकार पर निशाना साधा था, जिसके बाद राज्य के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने उन्हें उसका जवाब ट्वीट के माध्यम से ही दिया था, जहा उन्होंने गन्ना भुगतान के आंकड़े पेश किये थे।

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