देहरादून : गन्ना किसानों के बकाया भुगतान की मांग को लेकर कांग्रेस विधायकों ने मंगलवार को विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन विधानसभा भवन के बाहर धरना दिया। सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) यशपाल आर्य और पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस सदस्य विधानसभा के मुख्य भवन की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर बैठ गए और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। .
हाथों में गन्ने की डंठल पकड़े कांग्रेस विधायकों ने राज्य सरकार पर किसानों की दुर्दशा के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया। भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष आर्य ने कहा कि, नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, वनों और संसाधनों को अपने उद्योगपति मित्रों को बेच दिया।उन्होंने कहा, अब सरकार की नजर खेती और किसान पर है। डीएपी, पोटाश, उर्वरक, डीजल और कीटनाशकों की कीमतों में वृद्धि को प्रभावित करने के बाद सरकार गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित नहीं कर पा रही है। आर्य ने कहा कि, गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित नहीं कर धामी सरकार किसानों के साथ क्रूर मजाक कर रही है।