नई दिल्ली : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, भारत को कार्बन तटस्थ अर्थव्यवस्था बनाने में निर्माण क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान होगा। उन्होंने यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित दक्षिण एशिया के सबसे बड़े निर्माण उपकरण व्यापार मेले ‘सीआईआई एक्सकॉन 2023’ के 12वें संस्करण का उद्घाटन करते हुए कहा कि, कार्बन तटस्थ अर्थव्यवस्था लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, सरकार प्रमुख बुनियादी ढांचे और औद्योगिक परियोजनाओं पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा, निर्माण और खनन कार्यों में 400 करोड़ लीटर डीजल की खपत होती है, जो पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के लिए काफी हानिकारक है। एथेनॉल, मेथनॉल और हाइड्रोजन जैसे वैकल्पिक ईंधन को अपनाकर, निर्माण और खनन क्षेत्र उत्सर्जन को प्रभावी ढंग से कम कर सकते है। उन्होंने कहा कि, सरकार ने टिकाऊ सामग्री और वैकल्पिक ईंधन के उपयोग के माध्यम से निर्माण की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए उद्योग सहयोग की वकालत की।
सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, भारत ने 140 देशों को निर्माण उपकरण निर्यात किए। स्थिरता और दक्षता बढ़ाने के लिए, निर्माण क्षेत्र में निजी खिलाड़ियों को स्वचालन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, उन्नत प्रौद्योगिकियों और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाना चाहिए, वैकल्पिक ईंधन के उपयोग को बढ़ाना चाहिए और निर्माण परियोजनाओं के लिए अपशिष्ट पदार्थों को कच्चे माल में बदलने के लिए नवीन तरीकों को अपनाना चाहिए।पांच दिवसीय निर्माण उपकरण प्रदर्शनी EXCON में 15 देशों की भागीदारी है।