देश बायोफ्यूल्स को अपनाने के लिए फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों को प्रोत्साहित कर रहा है: हरदीप सिंह पुरी

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत ने अपनी जीवंत उद्यमशीलता की भावना और तेजी से बढ़ते स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के साथ कई यूनिकॉर्न स्टार्ट-अप का उदय देखा है, जो हमारी अर्थव्यवस्था और बाजारों को नया रूपाकार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूनिकॉर्न की गिनती के मामले में भारत आज विश्व में तीसरे स्थान पर है और यहां ~347 बिलियन अमरीकी डॉलर के संयुक्त मूल्यांकन के साथ 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं।

श्री पुरी केपीएमजी के इनोवेशन एंड एनर्जी कॉन्क्लेव के 14वें संस्करण एनरिच 2023 को संबोधित कर रहे थे।

श्री पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ पहल के तहत पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने तेल एवं गैस क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों को निर्देश दिया है कि वे अपस्ट्रीम/मिडस्ट्रीम/डाउनस्ट्रीम परिचालनों में आईओटी, व्यावसायिक प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण, हरित ईंधन, वैकल्पिक ऊर्जा आदि जैसे क्षेत्रों में एक नए इकोसिस्टम को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा, ‘तेल एवं गैस क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों ने कुल 405 करोड़ रुपये के स्टार्टअप फंड बनाए हैं। तेल और गैस पीएसयू 208 करोड़ रुपये के संवितरित मूल्य के साथ 232 स्टार्टअप का वित्त पोषण कर रहे हैं।

मंत्री ने कहा कि भारत की ऊर्जा मांग तेजी से बढ़ रही है और यह भविष्य के आर्थिक विकास के लिए ईंधन प्रदान करना जारी रखेगी। भारत तेल का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है, वह तीसरा सबसे बड़ा एलपीजी उपभोक्ता भी है, इसके अलावा वह चौथा सबसे बड़ा एलएनजी आयातक और चौथा सबसे बड़ा तेल शोधक तथा चौथा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार है।

उन्होंने कहा कि अगले दो दशकों में वैश्विक ऊर्जा मांग वृद्धि में भारत का योगदान 25 प्रतिशत होगा।

बायोफ्यूल्सके क्षेत्र में देश द्वारा तेजी से की गई प्रगति पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने कहा कि भारत आज इथेनॉल का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपयोगकर्ता है, जिसका श्रेय पिछले पांच वर्षों में हुए लगभग तीन गुना उत्पादन को जाता है। पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण 2014 के 1.5 प्रतिशत से बढ़कर वर्तमान में ~11.70 प्रतिशत हो गया है।

उन्होंने कहा कि हमने 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण लक्ष्य को 5 साल आगे बढ़ाकर 2025-26 कर दिया है और लगभग 5000 ईंधन स्टेशन पहले से ही ई20 ईंधन वितरित कर रहे हैं।

विश्व के पहले बीएस-6 चरण-2, विद्युतीकृत फ्लेक्स फ्यूल वाहन के प्रोटोटाइप का उल्लेख करते हुए श्री पुरी ने कहा कि देश बड़े पैमाने पर बायोफ्यूल्स अपनाने के लिए फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों (flex-fuel vehicles) को प्रोत्साहित कर रहा है।

वैश्विक बायोफ्यूल्स परिदृश्य को बदलने के लिए हाल ही में संपन्न जी20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका और ब्राजील के साथ भारत द्वारा शुरू किए गए ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस (जीबीए) के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि यह सहयोगी मंच सर्वोत्तम प्रथाओं, प्रौद्योगिकी विकास और अनुकूलन, नीति सीखने और बाजार विकास जैसे प्रमुख पहलुओं पर ज्ञान साझा करने की सुविधा प्रदान करेगा। बायोफ्यूल्स गठबंधन हमें 500 अरब डॉलर के अवसर देगा, क्योंकि हम प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की सुविधा देकर विश्व स्तर पर बायोफ्यूल्स का उपयोग बढ़ाने में तेजी लाएंगे।

उन्होंने हरित हाइड्रोजन के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि हरित हाइड्रोजन एक और सतत ईंधन विकास अवसर है जहां भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। सरकार द्वारा शुरू किए गए ग्रीन हाइड्रोजन मिशन का लक्ष्य 2030 तक 5 एमएमटीपीए ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करना है। उन्होंने कहा कि भविष्य ग्रीन हाइड्रोजन का ही है।

उन्होंने कहा कि क्योंकि हम अपने नागरिकों के लिए ऊर्जा उपलब्धता, ऊर्जा सामर्थ्य और ऊर्जा पहुंच सुनिश्चित करना चाहते है अतः बेस लोड जरूरतों को पूरा करने के लिए पारंपरिक ऊर्जा स्रोत आवश्यक हैं, जबकि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए नए और अभिनव ऊर्जा स्रोत महत्वपूर्ण हैं।

(Source: PIB)

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