नई दिल्ली : भारत में 2024-25 सीजन में पिछले सीजन की तुलना में गन्ने की पेराई और चीनी उत्पादन कम है। चीनी उत्पादन में पिछले सीजन की तुलना में 17.70 लाख टन की गिरावट आई है। नेशनल फेडरेशन ऑफ को ऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड (NFCSF) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 31 दिसंबर, 2024 तक, देश भर में 493 चीनी मिलों में 2024-25 सीजन के लिए पेराई चल रही है। कुल 1095.65 लाख टन गन्ने की पेराई की गई है, जिसके परिणामस्वरूप 95.10 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। इसकी तुलना में, पिछले सीजन में इसी अवधि के दौरान, 518 चीनी मिलों ने 1229.91 लाख टन गन्ने की पेराई की थी, जिससे 112.80 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
देश में चीनी रिकवरी दर पिछले सीजन की तुलना में कम है। 31 दिसंबर 2024 तक औसत चीनी रिकवरी दर 8.68% है, जबकि पिछले सीजन में इसी अवधि के दौरान यह 9.17% थी।राज्यवार चीनी उत्पादन की बात करें तो महाराष्ट्र में 190 मिलों ने 347.67 लाख टन गन्ने की पेराई की है, जिससे 29.90 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। उत्तर प्रदेश में सभी चीनी मिलों ने पेराई कार्य शुरू कर दिया है। कुल 121 चीनी मिलों ने 366.29 लाख टन गन्ने की पेराई की है, जिससे 32.60 लाख टन चीनी प्राप्त हुई है। तीसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य कर्नाटक में पिछले सीजन की तुलना में चार और चीनी मिलें चल रही हैं। वर्तमान में 77 चीनी मिलें चल रही हैं, जबकि पिछले सीजन की इसी अवधि के दौरान 73 मिलें चल रही थीं। 241.76 लाख टन गन्ने की पेराई के बाद राज्य में चीनी उत्पादन 20.55 लाख टन तक पहुंच गया है।NFCSF के अनुसार, 2024-25 सीजन के लिए चीनी उत्पादन 280 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है।