कोयला खानों में कोयले का भंडार कोयले के उत्पादन और उसके प्रेषण (डिस्पैच) के आधार पर अलग-अलग होता है। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) और सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) पिटहेड में कोयले का भंडार पिछले पांच वर्षों में 31 मार्च तक और 2023 31 जुलाई तक निम्नानुसार है:
मिलियन टन (एमटी) में आंकड़े
साल
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2018-19 | 2019-20 | 2020-21 | 2021-22 | 2022-23 | 2023-24*
(31 जुलाई तक) |
सीआईएल | 54.15 | 74.89 | 99.13 | 60.85 | 69.33 | 52.03 |
एससीसीएल | 1.609 | 3.189 | 5.255 | 4.712 | 5.148 | 3.912 |
*अनंतिम
कोयले के भंडारण स्थान की कमी के कारण कोयला उत्पादन में कोई कटौती नहीं हुई है क्योंकि खानों से निकाले गए कोयले के लिए पर्याप्त भंडारण सुविधाएं उपलब्ध हैं और जरूरत पड़ने पर नए कोयला भंडारण स्थान का सृजन किया जाता है। स्व-दहन/सहज तापन को रोकने के लिए, कोयला कंपनियों द्वारा तदनुसार कोयले के उठाव की योजना बनाई जाती है। इसके अतिरिक्त, ऐसे खतरों से निपटने के लिए खानों में पर्याप्त निवारक उपाय किए जाते हैं और अग्निशमन व्यवस्था उपलब्ध है।
यह जानकारी केन्द्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
(Source: PIB)