सहारनपुर: जिले के देवबंद स्थित त्रिवेणी चीनी मिल में बोनस संकट गहराने लगा है। मिल के कर्मचारी दिवाली बोनस न दिये जाने का सख्त विरोध कर रहे हैं। इसका असर पेराई सत्र पर भी पड़ रहा है। अधिकांश मिलों में पेराई सत्र की तिथि आ चुकी है, लेकिन यहां विरोध प्रदर्शन के कारण तिथि बढ़ती जा रही है। किसानों में भी इस देरी के कारण परेशानी बढ़ने लगी है। सहारनपुर लेबर कमीशनर मामले को सुलझाने की फिराक में हैं। उनके मुताबिक कुछ हड़ताली कर्मचारी जल्द ही काम पर लौटने वाले हैं।
मिल कर्मचारियों की मांग 20 प्रतिशत बोनस है जबकि मिल प्रबंधकों ने उन्हें 8.33 प्रतिशत बोनस जाहिर किया है। मिल के कर्मचारियों का कहना है कि जबतक मिल मालिक पूरा बोनस नहीं देते, वे इसका विरोध करते रहेंगे। कर्मचारियों का आरोप है कि मैनेजमेंट उनकी सैलरी भी नहीं बढ़ा रहा। उधर किसान पेराई सत्र आरंभ नहीं होने के कारण परेशान हैं। उन्हें डर है कि कहीं उन्हें अपने गन्ने सड़क पर नहीं फेकने पड़े या किसी भी कीमत पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़े।
कर्मचारी मांग के मुताबिक बोनस नहीं मिलने पर खफा है और इसी के चलते इस बार त्रिवेणी चीनी मिल का नवीन पेराई सत्र समय पर शुरू होने की संभावना कम दिख रही है।
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