नासिक: महाराष्ट्र में इस महीने की शुरुआत में लंबी अवधि के लिए हुई भारी बारिश के कारण विदर्भ के सात और मराठवाड़ा में दो जिलों में फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। कृषि विभाग द्वारा संकलित आंकड़ों में कहा गया है कि, राज्य में 10.7 लाख हेक्टेयर से अधिक खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है। इसमें से विदर्भ के सात जिलों में 5.7 लाख हेक्टेयर से अधिक और मराठवाड़ा के दो जिलों में 3.7 लाख हेक्टेयर से अधिक फसलों को नुकसान पहुंचा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नांदेड़, अमरावती, यवतमाल और वर्धा में एक लाख एकड़ में फैली फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। सांगली, कोल्हापुर, वाशिम, रत्नागिरी और ठाणे जैसे जिलों में खड़ी फसलों को सबसे कम नुकसान हुआ है। सांगली में केवल 2 हेक्टेयर और कोल्हापुर में लगभग 25 हेक्टेयर में फसल को नुकसान हुआ है। पुणे में 2,500 हेक्टेयर और नासिक में लगभग 1,150 हेक्टेयर में फसल का नुकसान हुआ है। सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि, पिछले साल की तुलना में 2022 में फसल का नुकसान काफी कम है। पिछले साल हुई भारी बारिश ने लगभग 40 लाख हेक्टेयर में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया था।इस बार सबसे ज्यादा नुकसान सोयाबीन और कपास को हुआ है। इस खरीफ सीजन में सोयाबीन और कपास के उत्पादन में लगभग 10% की गिरावट होने की संभावना है। कुछ हद तक, अरहर की फसल भी क्षतिग्रस्त हो गई है।