अहमदनगर : चीनी मंडी
राज्य चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने कहा की, 2019 – 20 सीजन के लिए राज्य में 162 में से अब तक 112 मिलों को पेराई लाइसेंस जारी किये है। किसानों के जीवन में समृद्धि लाने में चीनी उद्योग का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, और सहकारमहर्षि भाऊसाहेब थोरात चीनी मिल ने भी राज्य के विकास में अपना योगदान दिया है। प्रति दिन 800 मेट्रिक टन से शुरू होकर मिल अब 5500 मेट्रिक टन पेराई क्षमता हासिल की है।
गायकवाड़ ने सहकारमहर्षि भाऊसाहेब थोरात चीनी मिल का दौरा किया। इस अवसर उन्होंने कहा, “घरेलू और वैश्विक बाजार में चीनी कीमतों में दबाव और अधिशेष चीनी की समस्या के कारण चीनी उद्योग मुश्किल में है, इसलिए मिलों को अब नए विकल्प खोजना जरूरी है। इसमें सबसे अच्छा विकल्प इथेनॉल उत्पादन है।”
पिछले सीजन में 107 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ और किसानों को एफआरपी के तौर पर लगभग 23,400 करोंड रूपये दिए गये। आनेवाले समय में ब्राज़ील की तरह चीनी और इथेनॉल उत्पादन में तालमेल बिठाना होगा, जिससे मिलों के साथ साथ किसानों को भी फायदा हो सके।
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