सांगली: जिले में इस सीजन में कुल 12 सहकारी और निजी चीनी मिलों में पेराई सीजन शुरू हुआ है। गन्ने का बंपर उत्पादन के अनुमान के चलते दिवाली से ही पेराई जोरों पर है। तीन सप्ताह की अवधि में 14.50 लाख टन गन्ने की पेराई हो गई है, और औसत 10.17 रिकवरी के साथ लगभग 14.70 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है।
इस साल जिले में कुल 15 निजी और सहकारी चीनी मिलों को पेराई लाइसेंस मिला था, लेकिन वास्तव में केवल 12 मिलें अबतक शुरू हुई है। आकंड़ों से पता चलता है की, तासगाव मिल, डफले मिल और यंशवंत मिल पेराई लाइसेंस मिलने के बावजूद शुरू नही हुई है। दूसरी ओर मानगंगा, महाकाली और केन एग्रो इस साल बंद है ।गन्ना श्रमिकों के कमी के कारण किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शिकायतें आ रही है की, कुछ जगहों पर मजदूरों की कमी के कारण किसानों को गन्ने की कटाई के लिए अतिरिक्त भुगतान करना पड़ रहा है।