उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सत्र ने गति पकड़ ली है और चीनी उत्पादन भी अच्छे से शुरू हो चूका है। राज्य में निजी निगम एवं सहकारी क्षेत्र की समस्त चीनी मिलों सहित कुल 120 चीनी मिलें संचालित हो चुकी है। राज्य में पेराई क्षमता का उपयोग भी तेजी से बढ़ रहा है।
गन्ना विभाग के मुताबिक, प्रदेश में चीनी मिलों द्वारा 85% क्षमता उपयोग के साथ पेराई कार्य हो रहा। वर्तमान पेराई सत्र 2023-24 में अब तक 2,286 लाख कुन्टल की गन्ना खरीद हो चुकी है। चीनी मिलों में निर्बाध गन्ना आपूर्ति से गन्ना कृषक कर सकेंगे रबी फसलों की समय से बुआई।
नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड के आकड़ों के मुताबिक, 15 दिसंबर 2023 तक, उत्तर प्रदेश में 120 चीनी मिलों में पेराई सत्र 2023-24 प्रारंभ हो चूका है और अब तक 22.65 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है।
चीनी रिकवरी में भी राज्य पिछले सीजन के मुकाबले आगे है। 15 दिसंबर 2023 तक 9.30 प्रतिशत रिकवरी दर्ज की गई है जबकि पिछले सीजन इस तारीख तक 8.85 प्रतिशत चीनी रिकवरी दर्ज की गई थी। उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन अनुमान 110 लाख टन का है।
वर्त्तमान सीजन के आगमन के साथ ही गन्ना विभाग सुनिश्चित कर रहा है की इस बार गन्ना भुगतान सुचारु रूप से हो और किसानों को समय से भुगतान हो। आपको बता दे, मुखयमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े रुख के चलते चीनी मिलों ने पिछले पेराई सत्र के भुगतान में तेजी लाई है।