कोलकाता: डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज ने कहा कि, वह 263 करोड़ रुपये के निवेश से एथेनॉल का उत्पादन करने के लिए दो अनाज आधारित डिस्टिलरी स्थापित करेगी। एक नियामक फाइलिंग में, कंपनी ने कहा कि उसके बोर्ड ने लगभग 6 करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन करने के लिए 100 केएल (किलो लीटर) की क्षमता वाली दो अनाज आधारित डिस्टिलरीज स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। डिस्टिलरीज के अगले 15-18 महीनों में चालू होने की उम्मीद है।
यह कदम एथेनॉल सम्मिश्रण को 2025 तक लगभग आठ प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने के केंद्र सरकार के निर्णय के अनुरूप है। कंपनी का मानना है कि, केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में 2025 तक एथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की घोषणा से देश और चीनी उद्योग दोनों को फायदा होगा।
हालही में लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय खाद्य और उपभोक्ता मामलों की राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा था कि, चीनी मिलों को मौजूदा सीजन के दौरान तेल विपणन कंपनियों को एथेनॉल की बिक्री से 15,000 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होने की संभावना है। मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा था कि, चीनी मिलों ने पिछले तीन सीजन 2017-18, 2018-19 और 2019-20 के दौरान एथेनॉल बिक्री से कुल मिलाकर 22,000 करोड़ रुपये कमाए है।
डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने शुक्रवार को जून में समाप्त तिमाही के लिए 124.34 करोड़ रुपये एकीकृत शुद्ध लाभ दर्ज किया। एक साल पहले की समान अवधि में इसका शुद्ध लाभ 125.86 करोड़ रुपये था, जिसकी तुलना में इस साल मामूली गिरावट दर्ज की गई।
कंपनी ने एक नियामकीय फाइलिंग में कहा कि, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कुल आय घटकर 823.45 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 897.99 करोड़ रुपये थी।
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