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नासिक : 278 करोड़ रुपये के कर्ज के कारण नासिक जिला बैंक ने नासिक को-ऑपरेटिव चीनी मिल और निफाड को-ऑपरेटिव चीनी मिल पर जब्ती की कार्रवाई की है। नासिक जिला बैंक द्वारा दो मिलों की नीलामी की कोशिश की गई, लेकिन उसमे नाकामी हाथ में लगी, इसीलिए यह दो मिलें लीज पर देने के बारे में अंतिम निर्णय जल्द लिया जा सकता है। इसके चलते जिला बैंक निदेशकों की बैठक रविवार को हुई और इसमें दो मिलें लीज पर लेने के लिए इच्छुक कंपनीयों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई।
जिला सहकारी बैंक ने 278 करोड़ रुपये के कर्ज के ‘एनपी’ के चलते दोनों मिलों की संपती जब्त की है। दोनों मिलों की तीन बार नीलामी की कोशिश भी हुई, हालांकि, अच्छा खरीददार नही मिलने के कारण, जिला बैंक ने दोनों मिलों को लीज पर देने का फैसला किया है। इसके लिए निविदा प्रकाशित की गई थी। इसमें निफाड चीनी मिल के लिए टायचे इंफ्रा लिमिटेड (मुंबई), कृषि कल्याणी एग्रो (अहमदनगर), साईं कृपा शुगर एंड इंडस्ट्रीज (पुणे),अशोकराव नागरिक सहकारी ऋण सोसायटी (पिंपलगांव बसवंत) और समर्थ शुगर एग्रो ने निविदा दी हैं। नासिक चीनी मिल के लिए टायचे इंफ्रा लिमिटेड (मुंबई), एसएसबीएन इंडिया (जुन्नर) और अतुल शुगर टेक ने निविदाएं भरी हैं। पात्र निविदाधारक कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ लीज की अंतिम प्रक्रिया के बारे में जिला बैंक में चर्चा हुई।
शेतकर्यांचे हित पाहुन कारखाने चालु ठेवणे ही बाब महत्वाची आहे राजकिय वैरभाव ठेऊन कारखान्याकडे पुढारी मंडळीनी पाहणे सोडुन देने शतकरी व कामगारांच्या हिताचे ठरेल .शरद जोशी