देवरनियां: चीनी रिकवरी में गिरावट के चलते किसान सहकारी चीनी मिल सेमीखेड़ा को इस साल 65.18 करोड़ का घाटा हुआ है। सेमीखेड़ा चीनी मिल का पेराई सत्र पिछले वर्ष 28 नवंबर 2023 को शुरू हुआ था, लेकिन मशीनरी में दिक्कतों के चलते पेराई सत्र ठप रहा।
‘अमर उजाला’ में प्रकाशित खबर के अनुसार, मिल का पेराई सत्र तीन अप्रैल को बंद कर दिया गया। मिल प्रबंधन के मुताबिक इस बार मिल 128 दिलों तक चली, जिसमें 23.47 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की गई, जबकि लक्ष्य 38 लाख क्विंटल का था। मिल प्रबंधन ने किसानों के 86.53 करोड़ के गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मिल ने इस बार 2.28 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। मिल इस वर्ष ब्याज सहित 65.18 करोड़ के घाटे, जबकि बगैर ब्याज के 2.24 करोड़ के घाटे में रही। यह चीनी मिल पिछले वर्ष ब्याज सहित 81.53 करोड़ के घाटे में थी। मिल के जीएम शादाब असलम खान ने कहा कि, चीनी रिकवरी सही आने पर मिल घाटे से उबर सकती है।रिकवरी बढाने के लिए प्रयास जारी है।