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सातारा: चीनी मंडी
एकमुश्त एफआरपी, पानी की भारी मात्रा में कमी और अपर्याप्त बिजली आपूर्ति जैसे कारणों के कारण, सातारा जिले में गन्ने के क्षेत्र में काफी कमी आई है। जिले में पिछले साल की तुलना में सीजन में 14,650 हेक्टेयर की कमी आई है। गन्ने के फसल की कमी चलते अगले सीझन में चीनी उत्पादन घटने की उम्मीद है।
इस सीझन के पेराई सत्र के दौरान जिले में उपलब्ध गन्ने की बड़ी संख्या के कारण सीजन लगातार जारी है। हालांकि, अगले सीज़न की तस्वीर बदल जाएगी, आड़साली और प्री-सीज़न की गन्ना की खेती में गिरावट आई है। जिले में चीनी मिलों की संख्या बढ़ रही हैं और जिले में चीनी मिलों की संख्या अब 16 हो गई है। हालांकि, गन्ने का रकबा घट रहा है।
जिले में वर्ष 2017-18 में 23,094 हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ना लगाया गया था। इस सीजन में 18,235 हेक्टेयर क्षेत्र पर गन्ना लगाया गया है। 2017-18 की तुलना में इस साल खेती का रकबा 4,559 हेक्टेयर घटा है। पिछले वर्ष में 22 हजार 583 पौधे रोपे गए थे। वर्ष 2017-18 में 12 हजार 795 क्षेत्र पर गन्ना लगाया गया था। पिछले सीजन में नौ हजार 788 हेक्टेयर की गिरावट आई है। जिले में विभिन्न कारणों से गन्ना क्षेत्र में गिरावट चीनी मिलों के लिए चिंता का विषय होगी। हालांकि, पिछले साल की तुलना में गन्ने का रकबा कम होने के कारण इस साल की तुलना में पेराई सत्र जल्द खत्म हो जाएगा।