बिजनौर : चीनी मंडी
गन्ना बकाया भुगतान की समस्या से छुटकारा पाना मिलों और राज्य सरकार के लिए भी मुश्किल हो गया है। महाराष्ट्र की तरह उत्तर प्रदेश में भी भुगतान बकाया को लेकर किसान काफी नाराज है और भुगतान के लिए मिलों पर दबाव बना रहे है। उत्तर प्रदेश में ब्याज सहित किसानों का करोड़ो चीनी मिलों पर बकाया है। चीनी मिलों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 31 अगस्त तक भुगतान के आदेश को भी ताक पर रख दिया है।
इसके चलते बिजनौर में राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन ने गन्ना बकाया के ब्याज सहित भुगतान कराने के लिए कलक्ट्रेट में धरना दिया। किसानों के दबाव के चलते प्रशासन ने 25 करोड़ का भुगतान व मिलों के जीएम को गिरफ्तार कराने का आश्वासन दिया, लेकिन किसानों ने शत प्रतिशत गन्ना भुगतान ब्याज सहित मिलने या चीनी मिल मालिकों की गिरफ्तारी होने पर ही धरना खत्म करने का एलान किया। प्रदेश में कई जिलों में गुस्साए किसानों द्वारा गन्ना बकाया भुगतान आन्दोलन तेज हो गया है।
गन्ने की भुगतान में देरी को ध्यान में रखते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि 31 अगस्त तक सभी गन्ना किसानों का भुगतान किया जाना चाहिए। अगर मिलें भुगतान करने में विफल रहती है तो उनके खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य में मिलों पर अभी भी 2018-19 पेराई सत्र का लगभग 7000 करोड़ रुपये बकाया है।
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