पुणे: चीनी मिलों द्वारा चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य (MSP) में वृद्धि को लेकर मांग तेज ही गई है। केंद्र ने हाल ही में 2024-25 सीज़न के लिए गन्ने के FRP में ₹25/क्विंटल की बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। हालांकि, FRP में वृद्धि के बावजूद, चीनी का MSP 2019 से ₹3,100 प्रति क्विंटल पर अपरिवर्तित बना हुआ है।
चीनीमंडी से बात करते हुए, समरजीतसिंह घाटगे, अध्यक्ष शाहू ग्रुप (कोल्हापुर) ने कहा की, केंद्र सरकार ने चीनी सीजन 2024-25 के लिए गन्ने का एफआरपी मौजूदा 315 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 340 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। गन्ना एफआरपी बढ़ाने के फैसले से देश के 5 करोड़ गन्ना किसानों और उनके परिवारों को फायदा होगा।एफआरपी में बढ़ोतरी से किसानों को गन्ने की फसल की बढ़ती लागत को पूरा करने में मदद मिलेगी। इस फैसले से गन्ना किसानों को चीनी उद्योग के जरिए 10,000 करोड़ से ज्यादा की रकम मिलेगी। केंद्र सरकार ने हमेशा चीनी उद्योग का समर्थन किया है। अब सरकार को MSP बढ़ाने की जरूरत है, जिसकी मांग चीनी उद्योग लगातार कर रहा है। MSP कम से कम 3600 रुपये प्रति क्विंटल होना चाहिए।
हालही में वेस्ट इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (WISMA) के अध्यक्ष बी.बी. ठोंबरे ने ‘चीनीमंडी’ से बात करते हुए कहा चीनी MSP बढ़ाने की मांग की थी।
2024-25 सीजन के लिए गन्ना FRP में वृद्धि के बाद इंडियन शुगर एंड बायो-एनर्जी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ISMA) ने भी चीनी MSP बढ़ाने की मांग को दोहराया है।