चेन्नई: पंजाब सरकार द्वारा गन्ने की खरीद मूल्य बढ़ाकर 4,100 रुपये प्रति टन करने की ओर इशारा करते हुए पीएमके संस्थापक एस रामदास ने तमिलनाडु सरकार से खरीद मूल्य बढ़ाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घोषणा की है कि खरीद मूल्य बढ़ाकर 4,100 रुपये किया जाएगा, जो देश में सबसे अधिक है।लेकिन तमिलनाडु में खरीद मूल्य केवल 3,150 रुपये प्रति टन है। यह केंद्र सरकार द्वारा घोषित मूल्य है।
उन्होंने कहा, पिछली सरकार ने प्रोत्साहन के रूप में 215 रुपये प्रति टन प्रदान किए थे। हालांकि, इस साल प्रोत्साहन के बारे में कोई घोषणा नहीं की गई है। रामदास ने खरीद मूल्य में वृद्धि के लिए पंजाब सरकार द्वारा गन्ने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित करने का हवाला दिया। यह ध्यान देने वाली बात है कि, 2017 तक न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर खरीद मूल्य दिए जाते थे। पीएमके नेता ने कहा, जब ओ पन्नीरसेल्वम मुख्यमंत्री थे, तब 650 रुपये प्रति टन का प्रोत्साहन दिया जाता था। अगर यही व्यवस्था जारी रहती, तो किसानों को 1,000 रुपये के प्रोत्साहन सहित 4,150 रुपये प्रति टन मिलते।
तमिलनाडु में गन्ने की खेती की लागत 3,500 रुपये प्रति टन होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को 5,250 रुपये का खरीद मूल्य प्रदान करना चाहिए था। उन्होंने आग्रह किया की, केंद्र सरकार को 4,000 रुपये खरीद मूल्य की घोषणा करनी चाहिए और राज्य सरकार को 1,000 रुपये प्रोत्साहन प्रदान करना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि किसानों को 5,000 रुपये प्रति टन मिले।