हैदराबाद : एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा अब देश के कई राज्यों में दिया जा रहा है। इसमे सबसे आगे उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक है। तेलंगाना में भी एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने की मांग की जा रही है।
द हिन्दू डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, भाजपा के वरिष्ठ नेता गुडूर नारायण रेड्डी ने मांग की कि, तेलंगाना सरकार महाराष्ट्र और कर्नाटक की तरह ‘एथेनॉल नीति’ की घोषणा करे। एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेशस मेत महाराष्ट्र और कर्नाटक में एथेनॉल निर्माण इकाइयाँ स्थापित कीं जा रही है।
रेड्डी ने दावा किया की, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों द्वारा पेट्रोल के साथ एथेनॉल मिलाने के लिए तेलंगाना में अन्य राज्यों से एथेनॉल मंगवाया जा रहा है क्योंकि यह तेलंगाना में उपलब्ध नहीं है। तेलंगाना शुगर मिल्स एसोसिएशन ने दो साल पहले ही सरकार से इस तरह की नीति के लिए अनुरोध किया था, लेकिन सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया। एथेनॉल मिश्रण में 9.89% के साथ उत्तर प्रदेश देश के सभी राज्यों में सबसे आगे है। कर्नाटक ने 9.68% के साथ दूसरा स्थान हासिल किया, और उसके बाद महाराष्ट्र (9.59%), बिहार (9.47%), मध्य प्रदेश (8.87%) और आंध्र प्रदेश (8.73%) का स्थान है।
व्हाट्सप्प पर चीनीमंडी के अपडेट्स प्राप्त करने के लिए, कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें.
WhatsApp Group Link