मैसूर : गन्ने के उच्च उचित एवं लाभकारी मूल्य (FRP) में बढ़ोतरी की अपनी मांग के समर्थन में गुरुवार को बड़ी संख्या में किसानों ने मैसूर-ऊटी रोड पर प्रदर्शन किया और यातायात को अवरुद्ध कर दिया। किसानों ने केंद्र सरकार द्वारा घोषित 3,050 रुपये एफआरपी के मुकाबले 3,500 रुपये प्रति टन गन्ने की एफआरपी की मांग की है। प्रदर्शन का नेतृत्व कर्नाटक गन्ना किसान संघ ने किया और किसान आउटर रिंग रोड-एपीएमसी यार्ड जंक्शन पर एपीएमसी यार्ड के पास इकट्ठे हुए और यातायात अवरुद्ध कर दिया। नतीजतन, कुछ समय के लिए सभी दिशाओं से यातायात की आवाजाही प्रभावित हुई, जिससे पुलिस को ट्रैफिक डायवर्जन बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा ताकि ट्रैफिक जाम से बचा जा सके।
द हिन्दू म,में प्रकाशित खबर के मुताबिक, किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी मांग पर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने के लिए राजमार्ग पर ‘उरिलु सेव’ का प्रदर्शन भी किया। संघ के अध्यक्ष कुरुबुर शांता कुमार ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि, सरकार बार-बार झूठे वादे कर रही है लेकिन किसानों की मांग को पूरा करने के लिए गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि, सरकार चीनी मिल के मालिकों, रियल एस्टेट डेवलपर्स और उद्योगपतियों से प्रभावित है और किसानों की ओर से बोलने वाला कोई नहीं है।
शांताकुमार ने आगे कहा कि, राज्य में 30 लाख से अधिक गन्ना किसान प्रभावित हुए हैं और आर्थिक रूप से काफी संकट में हैं, लेकिन कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है।