संजीवनी चीनी मिल का आधुनिकीकरण करने की मांग

पोंडा: महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) की पोंडा विंग ने मांग की है कि राज्य सरकार धारबंडोरा स्थित संजीवनी चीनी मिल के लिए नए संयंत्र पर पहले जनसुनवाई करे और उस नए संयंत्र को चालू करने के लिए पहले उसकी लाभप्रदता का ब्लूप्रिंट पेश करे। पोंडा एमजीपी प्रमुख केतन भाटीकर ने कहा कि सरकार को संजीवनी को नए संयंत्र में बदलने के बजाय मौजूदा संयंत्र को पहले आधुनिक बनाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सरकार को पहले यह जांच करनी चाहिए कि चीनी मिल घाटे में क्यों चल रही है। क्या यह प्रबंधन अधिकारियों की विफलता है या संयंत्र काफी पुराना हो चुका है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि चीनी मिल को लोकल गन्ने अपर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहे थे।

भाटीकर ने कहा कि गन्ने की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार को पहले किसानों के बकाये चुकाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों को मिलने वाले समर्थन मूल्य में देरी, गन्ने के बकाये के भुगतान में देरी, कटाई की लागत बढ़ने और प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण गन्ने की खेती करने से किसान हिचकना लगे हैं।

पोंडा एमजीपी प्रमुख ने कहा कि भाजपा नेता नितिन गडकरी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का इरादा गन्ने का उत्पादन बढ़ाना और मिलों को चलाना था। उन्होंने कहा कि यदि मौजूदा मिलें लाभ में नहीं आ सकती है, तो नए संयंत्र को स्थापित किया जा सकता है। भाटीकर ने कहा कि सरकार को यह दिखाना होगा कि वह नए संयंत्र को कैसे लाभ में लाएगी।

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