फतेहाबाद: भूना चीनी मिल के बंद होने से जिले के किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। गन्ने की पेराई के लिए इलाके में चीनी मिल नहीं होने से किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिले के किसान गत तीन साल से इस मिल को फिर से शुरु करने की मांग कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक, वैसे तो राज्य के मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष ने इसे शुरु करवाने का आश्वासन दिया है, लेकिन अब तक मिल चालू नहीं किया गया है। फिर भी किसानों के यूनियन ने इस मिल को चालू करने के लिए गत हफ्ते महापंचायत का आयोजन किया। किसान संघर्ष समिति के अंतर्गत भारी संख्या में किसानों ने इसमें भाग लिया।
किसान महापंचायत में किसान नेताओं ने कहा कि सरकार ने मिल को बंद करके जिले में बेरोजगारी बढ़ा दी है। गन्ना किसानों को प्रति एकड़ भारी नुकसान हो रहा है। किसानों ने कहा एक आंकड़े के मुताबिक फतेहाबाद इलाके के तकरीबन 13 हजार एकड़ में गन्ने की बुआई हुई है। इतनी तादात में गन्ने की पेराई के लिए चीनी मिल का होना जरुरी है। इसलिए किसानों के हित में भूना चीनी मिल को चालू करना लाभदायक होगा।
दरअसल, किसान इस मिल को खुलवाने के लिए गत तीन साल से राज्य सरकार से गुहार लगा रहे हैं। मिल के गेट पर धरना कर रहे हैं। राज्य के मुख्यमंत्री मनोहरलाल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने भी मिल को शुरु करने का आदेश दिया है। लेकिन मिल की हालत खस्ताहाल है। ऐसे में उसे चालू करना चीनी मिल के प्रबंधन को ठीक नहीं लग रहा है। किसानों का कहना है कि उनकी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जबतक इस मिल को शुरु नहीं कर दिया जाता।
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