बेतिया: बिहार में भी गन्ना मूल्य बढाने की मांग को लेकर किसान आक्रामक हो गये है। बिहार राज्य ईख उत्पादक संघ पश्चिम चंपारण जिला कमिटी ने गन्ना का मूल्य 500 रुपए करने की मांग को लेकर मझौलिया चीनी मिल पर धरना दिया। संगठन के महासचिव प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि, बढती महंगाई से किसानों की उत्पादन लागत भी बढ़ रही है, लेकिन उनके उपज को सही दाम नही मिल पा रहा है। केंद्र सरकार के द्वारा मात्र 10 रुपए एफआरपी बढाई गई है, लेकिन यह एफआरपी किसानों के अपर्याप्त है।
दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर के अनुसार, प्रभुराज नारायण राव ने दावा किया कि, गन्ना मूल्य 500 रुपए प्रति क्विंटल से कम होने पर गन्ने की खेती घाटे की खेती होगी, और इसलिए केंद्र सरकार से गन्ना का दाम 500 रुपए प्रति क्विंटल करना चाहिए। उन्होंने कहा की गन्ने के सह उत्पाद (बायो प्रोडक्ट) के रुप में निकलने वाले बिजली, एथेनॉल, खाद, स्प्रिट आदि के मुनाफे में से 50 फीसदी किसानों को दिया जाए। शुगर कंट्रोल ऑर्डर 1966 के आधार पर गन्ना तौल के 14 दिन बाद बकाए पैसे का ब्याज सहित भुगतान किया जाना चाहिए। सभा की अध्यक्षता लालबाबू यादव ने की। इस अवसर पर चांदसी प्रसाद यादव, सुनील यादव, सरपंच संजय राव, अवधबिहारी प्रसाद, राजेंद्र चौबे, संजीव राव, महाफुज, मनोज कुशवाहा, सूर्यबली यादव, अम्बिका पंडित आदि मौजूद रहे।