घरेलू चीनी उत्पादन में वृद्धि चीनी मिलों के परेशानी का कारण बन रही है। दूसरी ओर घरेलू और वैश्विक बाजार में चीनी की दरें लगातार गिर रही हैं।
मुंबई : चीनी मंडी
महाराष्ट्र के सहकार मंत्री सुभाष देशमुख ने प्रेस से बात करते हुए अतिरिक्त चीनी उत्पादन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा की, एफआरपी की समस्या का हल निकालने के लिए समिति गठित की गई है, और समिति को 10 जनवरी तक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।
घरेलू चीनी उत्पादन में वृद्धि चीनी मिलों के परेशानी का कारण बन रही है। दूसरी ओर घरेलू और वैश्विक बाजार में चीनी की दरें लगातार गिर रही हैं। इससे राहत पाने के के लिए चीनी उत्पादन आनेवाले कुल गन्ने में से 25% गन्ने से सीधे इथेनॉल का उत्पादन करने का प्रस्ताव है ।
यह प्रस्तावित है कि इथेनॉल के उत्पादन के लिए आवश्यक निवेश बीओटी के आधार पर किया जाना चाहिए, लेकिन इसे मिलों द्वारा उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित है। इससे मिलों को अतिरिक्त राजस्व भी मिलेगी और अधिशेष चीनी के मुद्दे को दूर किया जाएगा।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आश्वासन दिया था कि, अगर गन्ना एफआरपी के अनुसार दरों का भुगतान करने की संभावना कम होती, तो सरकार किसानों का हित ध्यान में रखकर तिजोरी को खाली कर देती। इस बारे में पूछे जाने पर सहकार मंत्री ने कहा कि, चीनी उद्योग की समस्याओं को लेकर सरकार सकारात्मक है और मुख्यमंत्री सही फैसला करेंगे।