बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय रिफाइनर्स ने घरेलू उद्योग को बाधाओं से बचने में मदद करने के लिए भारत से चीनी तस्करी को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्हें कहा कि अगर इस तरह की तस्करी वाली चीनी स्थानीय बाजार में आती रही तो घरेलू चीनी उद्योग निश्चित रूप से गंभीर संकट में पड़ जाएगा।
बांग्लादेश शुगर रिफाइनर्स एसोसिएशन के महासचिव गोलाम रहमान ने हाल ही में वाणिज्य मंत्रालय को पत्र लिखकर अवैध रूप से भारतीय चीनी के प्रवेश के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की अपील की है।
उनके अनुसार, चीनी तीन महीने से घरेलू बाजार में प्रवेश कर रही है। इस कारण से, रहमान ने कहा, सरकार को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीमावर्ती इलाकों से चीनी की तस्करी की जा रही है, जिसमें मैमनसिंह के अंतर्गत हलुआघाट, डोबाओवारा, नेत्रकोना के दुर्गापुर और कलमाकांडा, ब्राह्मणबरिया और सिलहट के कसबा शामिल हैं।
एक वरिष्ठ वाणिज्य अधिकारी ने बताया कि भारतीय चीनी की बढ़ती मांग और स्थानीय बाजार में वस्तुओं की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी भारत से चीनी की तस्करी में वृद्धि का कारण है।
आपको बता दे, भारत की Border Security Forces द्वारा हालही में बांग्लादेश में तस्करी की जा रही चीनी की जब्त किया गया था। भारत में अधिकारीयों द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है की अवैध निर्यातों पर अंकुश लगाया जा सके। इसके लिए कड़ी निगरानी की जा रही है।
हालही में मिंट में प्रकाशित खबर के मुताबिक, चीनी की तस्करी रोकने के लिए सरकार ने BSF के साथ बातचीत भी की थी।
फिलहाल भारत के तरफ से चीनी निर्यात पर प्रतिबंध लगाया गया है।