जानिये डॉक्टर बक्शी राम ने कैसे सुधारी गन्ना किसानों की जिंदगी

बिजनौर: गन्ना क्षेत्र में Co 0238 प्रजाति के शोधक और जनक डॉ बक्शी राम का बिजनौर जिले के उत्तम शुगर मिल में एक सेमिनार के दौरान शानदार स्वागत किया गया। डॉ. बक्शी राम ने गन्ने के क्षेत्र में अनेक शोध किये हैं। उनकी एक महत्वपूर्ण शोध Co 0238 गन्ना प्रजाति ने काफी किसानों का जीवन सुधार दिया है। किसानों के मुताबिक इस प्रजाति में चीनी की रिकवरी दूसरे प्रजाति के मुकाबले अधिक है। साथ ही इसकी खेती भी बड़े पैमाने पर हो रही है। गन्ने की अन्य प्रजातियों से Co 0238 प्रजाति कई गुना बेहतर है।

उत्तर प्रदेश में Co 0238 का अधिक इस्तेमाल हुआ है। जसिके करण राज्य में अच्छी पैदावार हुई है। अच्छी पैदावार के कारण गन्ना किसानों को पहले के मुकाबले आर्थिक लाभ भी अच्छा हुआ है। हालही में उत्तर प्रदेश शुगर मिल एसोसिएशन (यूपीएसएमए) के महासचिव दीपक गुप्तारा ने कहा, “बेहतर पैदावार में योगदान देने वाले विभिन्न कारकों में से ‘वंडर वैराइटी 238’ की खेती है, जिसमें फसल की पैदावार के साथ-साथ उच्च पैदावार होती है।”

उत्तम शुगर मिल में सेमिनार के लिए पहुंचे इस प्रजाति के जनक डॉ. बक्शी राम का स्वागत किया गया। डॉ. बख्शीराम ने गन्ने के क्षेत्र में 25 से अधिक शोध किये हैं। वे गन्ना शोध संस्थान कोयम्बटूर के निदेशक के रूप में कार्यरत है। डा. बक्शी ने उत्तम शुगर मिल के गन्ना खेत का निरीक्षण किया। उत्तम शुगर मिल पहली बार गन्ने के बीज को पौधे के रूप में तैयार कर रहा है। इस वर्ष एक करोड़ 2 लाख पौधे तैयार किये जाने का लक्ष्य रखा गया है।

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SOURCEchinimandi

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