ग्यारह में से आठ तहसील को अभीतक भारी बारिश की प्रतीक्षा
चीनी मंडी : बारिश के मौसम के दो महीने गुजर गए, फिरभी सोलापूर जिल्हे के ग्यारह में से आठ तहसील अब भी बारिश की प्रतीक्षा में है. फसल का नुकसान होता देख किसानो के आँखों का पानी भी सुख गया है…आँखे आसमान की तरफ है और आसमान में सूखे के संकट के बादल मंडरा रहे है.
जून से ७ अगस्त तक आठ तहसील में अनुमान से ५० प्रतिशत कम बारिश हुई है. सोलापूर जिल्हे में हर साल ४८८ मिलीमीटर बारिश होती है. इसमे से जून से अगस्त तक २२६ मिलीमीटर बारिश होने की सम्भावना थी. लेकिन इस दो महीने में केवल ११० मिलीमीटर बारिश हुई है. बारिश की कमी की वजह से किसानो की हालत और भी खस्ता होने की आशंका जताई जा रही है. खरीप फसल बर्बाद हो चुकी है.
पिछले साल पहिले दो महीन में अच्छी बारिश होने से खरीप फसल की पैदावार अच्छी हुई थी. उसके बाद बारिश नहीं हुई थी, लेकिन शुरुवात में अच्छी बारिश होने की वजह से किसान अच्छी फसल लेने में कामयाब हुए थे. लेकिन इस साल शुरुवात में ही बारिश कम होने से फसल की अच्छी पैदावार नहीं हुई. अगर इस साल अच्छी बारिश नहीं हुई तो फसल तो जाएगी ही लेकिन सूखे का सामना भी करना पद सकता है. किसान अभी से जिल्हा प्रशासन से ‘सूखाग्रस्त जिल्हा’ जाहिर करने की मांग कर रहे है…
….अब तक ऐसी रही बारिश
४० प्रतिशत से कम बारिश दक्षिण सोलापूर, करमाला
४५ प्रतिशत से कम बारिश माढा, मंगलवेढ़ा
५० प्रतिशत से कम बारिश उत्तर सोलापूर, अक्कलकोट, मोहोळ, सांगोला
७५ प्रतिशत से कम बारिश बार्शी, पंढरपुर, मालशिरस
कृत्रिम बारिश की प्रतीक्षा
सूखे के संकट का सामना करने के लिए सोलापूर में कृत्रिम बारिश गिराने की चर्चा जोरोंपर थी. लेकिन कृत्रिम बारिश का प्रयोग अभीतक नही किया गया. जिल्हा प्रशासन कृत्रिम बारिश गिराने के लिए कब कदम उठाएगी, ऐसा सवाल किसान उपस्थित कर रहे है.
सोलापूर में बारिश…
उत्तर सोलापूर: ४५.१२, दक्षिण सोलापूर : ३९.७६, बार्शी : ७४.७३, अक्कलकोट : ४६.२५, मोहोळ : ४७.७४, माढा : ४४.३४, करमाला : ३६.३८, पंढरपुर : ५६.६६, सांगोला : ४६.९१, मालशिरस : ५२.७९, मंगलवेढ़ा : ४२.०७,