नई दिल्ली: देश में E20 ईंधन की मांग में वृद्धि की आशंका को देखते हुए केंद्र सरकार अगले साल के लिए एथेनॉल का कैरी ओवर स्टॉक बनाने की योजना बना रही है। तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने देश के 31 शहरों में लगभग 100 आउटलेट्स में E20 ईंधन का वितरण शुरू कर दिया है। खाद्य मंत्रालय अतिरिक्त सचिव सुबोध कुमार के अनुसार, चीनी की तरह, सरकार 2023-24 एथेनॉल वर्ष (दिसंबर-नवंबर) के लिए ओएमसी और डिस्टिलरीज के साथ एथेनॉल का कैरी ओवर स्टॉक बनाने की योजना बना रही है और इसके लिए अधिक चीनी का इस्तेमाल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि, सरकार ने चालू 2022-23 एथेनॉल वर्ष में 12 प्रतिशत एथेनॉल सम्मिश्रण लक्ष्य रखा है, जबकि अगले वर्ष के लिए 15 प्रतिशत का लक्ष्य है।देश में फरवरी के अंत तक करीब 120 करोड़ लीटर पेट्रोल में मिलाया जा चुका है। एथेनॉल की उपलब्धता और उत्पादन क्षमता इस साल के लक्ष्य को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। ‘चालू वर्ष के लिए, लगभग 5 मिलियन टन चीनी को एथेनॉल उत्पादन के लिए डायवर्ट किए जाने का अनुमान है, जो 2021-22 में 3.6 मिलियन टन से अधिक है।
अगले साल 15 प्रतिशत सम्मिश्रण लक्ष्य को पूरा करने के लिए अतिरिक्त 150 करोड़ लीटर एथेनॉल की आवश्यकता होगी और सरकार चीनी मिलों और डिस्टिलरी को उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इस साल फरवरी तक एथेनॉल उत्पादन क्षमता 1,040 करोड़ लीटर हो गई है। सरकार ने 243 परियोजनाओं को मंजूरी दी है और बैंकों ने पहले ही 20,334 करोड़ रुपये का कर्ज मंजूर किया है और इसमें से 11,093 करोड़ रुपये का वितरण किया जा चुका है। पिछले सप्ताह सरकार ने आगामी परियोजनाओं की समीक्षा की और अगले 9-10 महीनों में लगभग 250-300 करोड़ लीटर इथेनॉल क्षमता आ जाएगी।