काहिरा: मिस्र के आपूर्ति और आंतरिक व्यापार मंत्री अली मोसेल्ही ने कहा कि, मिस्र वर्तमान में अगले छह महीनों में सभी बुनियादी रणनीतिक वस्तुओं की प्रचुरता का आनंद लेगा। 2023 तक मिस्र चीनी उत्पादन में भी आत्मनिर्भरता हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा कि, मिस्र की चीनी उत्पादन क्षमता 2017 में 57 प्रतिशत से बढ़ाकर 2022 में 90 प्रतिशत कर दी गई है। उन्होंने बताया कि, गन्ने की फसल की कमी की भरपाई चुकंदर की फसल से की जाती है। मंत्री अली मोसेल्ही के अनुसार, मिस्र ने 2022 में केवल 200,000 टन कच्ची चीनी का आयात किया।
मोसेल्ही ने कहा कि, तेल उपलब्ध कराना मंत्रालय के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि, आयातित बीज के इस्तेमाल से खाद्य तेल का स्थानीय उत्पादन 42 प्रतिशत तक हासिल किया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादन का समर्थन करने के लिए सोयाबीन के 250,000 फेडडान और 100,000 एकड़ सूरजमुखी लगाए गए हैं, और मिस्र में खाद्य तेल का 5 महीने का रणनीतिक भंडार है।