पुणे: महाराष्ट्र में चीनी मिलों को निजी सौर ऊर्जा फर्मों द्वारा एक प्रस्ताव की पेशकश की गई है, जिसमें, यदि चीनी मिलें बिजली उत्पादन के लिए सोलार पैनल स्थापित करने की अनुमति देते हैं, तो कंपनियां बदले में उन्हें चीनी स्टोर करने के लिए गोदाम देगी। चीनी उद्योग के समक्ष विभिन्न प्रस्तावों की समीक्षा के लिए मंगलवार को वसंतदादा चीनी संस्थान (वीएसआई) में एक बैठक में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने सौर ऊर्जा फर्मों द्वारा दिए गये इस प्रस्ताव की जानकारी दी।
हिंदुस्तान टाइम्स डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, पवार ने कहा, अब कुछ निजी फर्मों ने ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का प्रस्ताव दिया है। ज्यादातर मिलें ग्रामीण इलाकों में हैं, जहां भंडारण के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। कंपनियां चीनी मिलों में सोलार पैनल लगाने की अनुमति देने के बदले में मुफ्त चीनी भंडारण के लिए गोदाम देने की पेशकश की हैं।
पवार ने प्रस्ताव के विवरण का और खुलासा नहीं किया, लेकिन कहा, हमने इस क्षेत्र के विशेषज्ञों से प्रस्ताव का अध्ययन करने के लिए कहा है। पवार ने कहा, ‘पहले गन्ने का इस्तेमाल सिर्फ चीनी बनाने के लिए किया जाता था। अब चीनी उद्योग ने इथेनॉल, शीरा, डिस्टिलरी जैसे कई घटक जोड़े हैं और अन्य उप-उत्पाद बना रहे हैं।”
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