बठिंडा: संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा रहे पंजाब के 16 कृषि संगठनों ने 2 मई को पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड और जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंताओं के दफ्तरों पर विरोध प्रदर्शन करने और फिर अनियमित बिजली आपूर्ति और नहरों में पानी कम होने के मुद्दे पर 9 मई को AAP विधायक के घरों पर विरोध मार्च निकालने का फैसला किया है। कृषि संगठनों ने मार्च में ट्रैक्टर और बाइक के साथ विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है।
आंदोलनकारियों ने कहा कि, बिजली की आपूर्ति की कमी और नहरों में कम पानी किसानों, खासकर कपास उत्पादकों के लिए समस्याएं पैदा कर रहा है। कृषि संगठनों ने मार्च गेहूं की कम उपज के लिए 10,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा और गन्ना किसानों को 900 करोड़ रु. बकाया राशि जारी करने की मांग की। साथ ही उन्होंने कृषि क्षेत्र के लिए आठ घंटे बिजली आपूर्ति की मांग की।