पुणे : चीनी मंडी
सोलापुर, अहमदनगर और मराठवाड़ा के कई जिलों में गन्ना फसल सुखे से प्रभावित हुई है। सूखे के कारण जानवरों के लिए अच्छे गन्ने का बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया है। दुसरी ओर पश्चिमी महाराष्ट्र में भारी बारिश और बाढ़ के कारण कोल्हापुर, पुणे, सांगली और सातारा जिलों में गन्ने की फसल पानी की वजह से बर्बाद हुई है। खबरों के मुताबिक, इन सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए, 15 नवंबर से गन्ना पेराई सीजन शुरू करने का जल्द ही ऐलान किया जा सकता है। लेकिन, मंत्री समिति के तरफ से इसका औपचारिक ऐलान होना बाकी है।
बाढ के कारण कोल्हापुर और सांगली जिले में हजारो एकड गन्ना फसल बर्बाद हो चुकी है। इसके चलते इस साल चीनी सीजन जल्दी शुरू करने की बातें हो रही थी, लेकिन विधानसभा चुनाव के चलते चीनी सीजन दिवाली के बाद ही शुरू होने के आसार पहले से ही दिख रहे थे। राज्य के कई सारे चीनी मिल के अध्यक्ष और पदाधिकारी विधानसभा चुनाव लडने की तैयारी में जुट गये है।
पश्चिम महाराष्ट्र में बहुत सारे चीनी मिलें किसी ना किसी राजनेता की है, और अब सभी राजनेता विधानसभा चुनाव में व्यस्त हो गये है। चीनी मील के प्रबंधन के साथ साथ श्रमीक भी मील अध्यक्ष के चुनाव अभियान में बढचढकर हिस्सा ले रहे है, जिसका मतलब है की, अब राजनेता चुनाव निपटाकर चीनी सीजन शुरू करने की सोच रहे है। बाढ की वजह से हर कई चीनी मिल के क्षेत्र में गन्ने की फसल प्रभावित हुई है, जिसका सीधा असर पेराई पर पड सकता है।
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