चंडीगढ़ : बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने राज्य भर में गेहूं की फसल को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है।कृषि विभाग के अनुमान के मुताबिक, पंजाब में इस गेहूं की कटाई के मौसम में 10 से 15 फीसदी उपज का नुकसान हो सकता है। राज्य में कुल 34.90 लाख हेक्टेयर में गेहूँ बोया गया है। फाजिल्का उन जिलों में शामिल है, जहां सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।रिपोर्ट के अनुसार, गेहूं की 50 फीसदी फसल प्रभावित हुई है।मोगा, बठिंडा, मनसा, मुक्तसर, फिरोजपुर, कपूरथला और पटियाला जिलों में 15 से 20 प्रतिशत गेहूं की फसल खराब मौसम से खराब हो गई है। कृषि निदेशक डॉ. गुरविंदर सिंह ने कहा कि, शुरुआती अनुमान के मुताबिक इस साल गेहूं की कटाई 10 से 15 फीसदी कम रहने की उम्मीद है।
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के जलवायु परिवर्तन और कृषि मौसम विज्ञान विभाग की प्रमुख पवनीत कौर किंगरा ने कहा कि, बारिश के साथ साथ हवाओं ने कहर बरपाया है। तेज हवाएं और बारिश फसल के इस चरण में कटाई में देरी करेगी। संगरूर में कल रात भारी बारिश हुई, जिसने गेहूं की फसल को चौपट कर दिया। इसके अलावा, जलभराव ने मुश्किलें खड़ी कर दी है। इससे गेहूं के सड़ने की संभावना है।फसल चौपट होने से किसान परेशान हैं। वे नुकसान का आकलन करने के लिए अपने खेतों में जाते देखे गए।