देश में गन्‍ने के उत्पादन में वृद्धि का अनुमान

कृषि, सहकारिता तथा किसान कल्‍याण विभाग ने 2018-19 के लिए गन्ना के उत्पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान जारी किया है।

2017-18 की तुलना में 20.46 मिलियन टन की वृद्धि के साथ, 2018-19 के दौरान देश में गन्‍ने का कुल उत्‍पादन 400.37 मिलियन टन अनुमानित है। इसके अलावा, 2018-19 के दौरान गन्‍ने उत्‍पादन, विगत पांच वर्षों के औसत गन्‍ना उत्‍पादन 349.78 मिलियन टन की तुलना में भी 50.59 मिलियन टन अधिक है।

गन्ने के उत्पादन का मूल्यांकन राज्यों से प्राप्त फीडबैक पर आधारित है और अन्य स्रोतों से प्राप्त सूचना से इसे सत्‍यापित किया गया है।

यह उम्मीद की जा रही है कि 2019-2020 के दौरान गन्ने का उत्पादन विभिन्न कारकों के कारण घट सकता है। 2018 में महाराष्ट्र, जो प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों में से एक है, में वर्षा की कमी के कारण सूखे की स्तिथी उत्पन्न हुई। इससे पशुओं के लिए चारे और पानी की कमी हो गई है। इसलिए, किसानों ने अपने पशुओं को खिलाने के लिए महाराष्ट्र के गंभीर रूप से सूखा प्रभावित क्षेत्रों में गन्ने उखाड़ना शुरू कर दिया है। इससे गन्ने की वृद्धि प्रभावित होने की आशंका है। खबरों के मुताबिक सूखे के कारण गन्ने को भी नुकसान हुआ है। इसके अलावा आय को बढ़ाने के लिए, किसानों ने अन्य फसलों जैसे सोयाबीन, दाल, पर अपना रुख मोड़ लिया है। ये सभी कारक की वजह से अगले चीनी सीजन में 10-15 प्रतिशत कुल गन्ना प्रभावित हो सकता है। इससे देश के गन्ना उत्पादन पर भी असर पड़ेगा।

इस्मा ने अनुमान लगाया है कि देश के लिए चालू वर्ष में चीनी उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 5,00,000 टन अधिक 33 MMT होने का अनुमान है।

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