तेलिन: एस्टोनिया (Estonia) में 2025 से चीनी टैक्स लागू किया जाएगा, जिससे कम से कम €25 मिलियन राजस्व आने का अनुमान है। सरकार भी इस पर सहमत हो गई है, लेकिन खरीदार कितना टैक्स देंगे, यह अभी तय नहीं हुआ है। रिइगीकोगु ने 2017 में पूर्व प्रधान मंत्री ज्यूरी रातास के पहले कार्यकाल के तहत शर्करा युक्त पेय पर टैक्स को मंजूरी दी थी। लेकिन यह कानून कभी लागू नहीं हुआ, क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति कर्स्टी कलजुलैद ने यह कहते हुए कानून लागू नहीं किया कि यह संविधान के विपरीत है।
भुगतान किए गए टैक्स की राशि प्रत्येक पेय में मिलाई गई चीनी की मात्रा पर निर्भर होगी। स्वास्थ्य मंत्री रीना सिक्कट ने कहा कि, गठबंधन केवल सैद्धांतिक रूप से इस बात पर सहमत हुआ है कि एक टैक्स बनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि, अनुमानित राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद छह से सात साल पहले के पूर्वानुमानों पर आधारित है। सिक्कट ने कहा, भविष्यवाणी वैसे भी एक सटीक विज्ञान नहीं है, और इस मामले में, हम अनुमानित या अपेक्षित टैक्स राजस्व से निपट रहे है। कर के पीछे तर्क सरल है की, कीमत जितनी अधिक होगी, पेय की खपत उतनी ही कम होगी। एस्टोनिया में विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रतिनिधि क्रिस्टीना कोहलर ने कहा, पुर्तगाल में भी ऐसा ही हुआ था जब इसी तरह का टैक्स लागू किया गया था।