नई दिल्ली : तेल विपणन कंपनियों (OMCs) ने ESY 2023-24 के लिए लगभग 66 करोड़ लीटर डिनेचर्ड एनहाइड्रस एथेनॉल की आपूर्ति के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं। बोलीदाताओं से अनुरोध किया गया , वे विभिन्न फ़ीड स्टॉक जैसे गन्ने का रस, शुगर, शुगर सिरप/बी हेवी मोलासेस /सी हेवी मोलासेस /क्षतिग्रस्त खाद्य अनाज/मक्का से एथेनॉल उत्पादन के लिए बोली लगाएं।
निविदा के अनुसार, बोलीदाताओं को इस मात्रा की बोली में 1 अगस्त 2024 से 31 अक्टूबर 2024 की अवधि के लिए OMCs की आवश्यकता के अनुसार फीडस्टॉक श्रेणी-वार-तिमाही के अनुसार उनके द्वारा आपूर्ति की जाने वाली एथेनॉल मात्रा उद्धृत करनी होगी। बोलियों की वैधता 31-07-2024 तक होगी। ईएसवाई 2023-24 के लिए 1 अगस्त 2024 – 31 अक्टूबर 2024 की अवधि के लिए मात्रा बोलियां दीर्घकालिक एथेनॉल खरीद नीति के अनुसार पंजीकृत बोलीदाताओं के लिए खोली जा रही हैं।
इस EOI के तहत आवंटित मात्रा भारत सरकार/OMCs द्वारा तय किए गए ईएसवाई 23-24 के दौरान एथेनॉल की प्रकाशित दरों के अनुसार खरीदी जाएगी।निविदा दस्तावेज़ में कहा गया है की, गन्ना रस, शुगर, शुगर सिरप/बी हेवी मोलासेस/सी हेवी मोलासेस/क्षतिग्रस्त खाद्यान्न/मक्का जैसे विभिन्न फ़ीड स्टॉक से उत्पादित एथेनॉल OMCs द्वारा खरीदा जा रहा है और इसे मात्रा बोली प्रपत्र में उल्लिखित किया गया है। बोलीदाताओं को संबंधित अवधि के लिए संबंधित फीडस्टॉक के तहत अपनी कुल मात्रा की पेशकश करनी होगी। ईएसवाई के लिए मात्रा बोली में बोलीदाता द्वारा दी गई कुल/संयुक्त मात्रा उनकी कुल लाइसेंस प्राप्त क्षमता से अधिक नहीं होगी।
सरकार ने 2024-25 तक 20 प्रतिशत एथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। 2025 तक 20% मिश्रण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, लगभग 1016 करोड़ लीटर एथेनॉल की आवश्यकता है और अन्य उपयोगों सहित एथेनॉल की कुल आवश्यकता 1350 करोड़ लीटर है। इसके लिए 2025 तक लगभग 1700 करोड़ लीटर एथेनॉल उत्पादन क्षमता की आवश्यकता है, यह देखते हुए कि प्लांट्स 80% दक्षता पर संचालित होता है।