नई दिल्ली, 20 दिसम्बर: केन्द्र सरकार देश के गन्ना किसानों की आर्थिक तरक्की सुनिश्चित करने के साथ चीनी मिलों के लिए आय के अतिरिक्त विकल्प तैयार कर रही है। इसी क्रम में लाभ आधारित अन्य व्यवसायों पर ध्यान दिया जा रहा है। राजधानी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में मीडिया से बात करते हुए केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने कहा कि चीनी मिलों को अपने वित्तीय ख़र्चों को कम करने के साथ खुद को आत्मनिर्भर बनाने को लेकर काम करने की ज़रूरत हैं। सरकार ने बीते दिनों नीति आयोग के साथ बैठक कर इथेनॉल आधारित पैट्रोल पंप लगाने पर चर्चा की थी। इसके लिए पैट्रोलियम मंत्रालय से बैठक हुई है। मंत्री ने कहा कि सरकार कि इस पहल से गन्ना किसानों को आर्थिक मदद मिलेगी और इंधन आयात की निर्भरता कम होने से देश में आर्थिक राजस्व की भी बचत होगी।
इस विषय पर बात करते हुए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के निदेशक दीपक अग्रवाल ने कहा कि जिस तरह से पर्यावरण प्रदूषण की समस्या सामने आ रही है उससे आने वाले दिनों में इथेनॉल आधारित पेट्रोल पंपों का चलन बढ़ेगा। आने वाले दिनों में इसका बाज़ार तेज़ी से बढ़ने वाला है।
मीडिया से बात करते हुए बजाज ऑटो के वरिष्ठ अधिकारी सुरेन्द्र सुहाग ने कहा कि ऑटो कम्पनियों के लिए भी इथेनॉल आने वाले दिनों में उपयोगी हो जाएगा। इससे न केवल इथेनॉल की ऑटो सेक्टर में माँग बढ़ेगी बल्कि गन्ना किसानों और चीनी उद्योग को लिए आर्थिक तरक्की के विकल्प खुलेंगे ।
आने वाले दिनों में इथेनॉल आधारित पेट्रोल पंपों का बढ़ेगा चलन यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.