भारत में पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण 13.6 प्रतिशत तक पहुंचा

नई दिल्ली : अगस्त में पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण 15.8 प्रतिशत तक पहुँच गया, और नवंबर 2023 से अगस्त 2024 के दौरान संचयी एथेनॉल मिश्रण 13.6 प्रतिशत तक पहुँच गया। 1 सितंबर, 2024 तक, कुल 82,617 पीएसयू रिटेल आउटलेट्स में से 16,059 पीएसयू आउटलेट्स E20 एथेनॉल मिश्रित एमएस वितरित कर रहे हैं। उपलब्ध आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2024 में ईबीपी कार्यक्रम के तहत पीएसयू ओएमसी द्वारा प्राप्त एथेनॉल 65.3 करोड़ लीटर था, और नवंबर 2023 से अगस्त 2024 तक 526.6 करोड़ लीटर था। अगस्त 2024 में ईबीपी कार्यक्रम के तहत मिश्रित एथेनॉल 66.0 करोड़ लीटर था, और नवंबर 2023 से अगस्त 2024 तक 545.0 करोड़ लीटर था।सरकार ने पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण हासिल करने का लक्ष्य रखा है।

खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) के अनुसार, भारत की एथेनॉल उत्पादन क्षमता 2017-18 में 518 करोड़ लीटर से बढ़कर 2023-24 (31 अगस्त 2024 तक) में 1,623 करोड़ लीटर हो गई है, जो हरित भविष्य को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हाल ही में सरकार ने एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2024-25 के दौरान चीनी मिलों और डिस्टिलरी को गन्ने के रस, बी-हैवी मोलासेस और सी-हैवी मोलासेस से एथेनॉल बनाने की अनुमति दी है। इसके अलावा, सरकार ने पिछले प्रतिबंध को हटा दिया है और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के स्टॉक से 23 लाख टन चावल को अनाज आधारित एथेनॉल डिस्टिलरी को बेचने की अनुमति दी है। इससे एथेनॉल उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।

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