पुणे: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने चीनी मिलों और रिफाइनर्स को एथेनॉल जैसे वैकल्पिक ईंधन पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया, जिससे अधिशेष उत्पादन, चीनी और गन्ने की कम कीमतों जैसे मुद्दों से निपटने के लिए कारगर कदम साबित होगा। उन्होंने कहा कि, चीनी उद्योग का भविष्य एथेनॉल उत्पादन से जुड़ा हुआ है। गडकरी ने पुणे के यशवंतराव चव्हाण अकादमी ऑफ डेवलपमेंट एडमिनिस्ट्रेशन ((YASHADA) में डेक्कन शुगर टेक्नोलॉजिस्ट्स एसोसिएशन (DSTA) के 66 वें वार्षिक सम्मेलन को ऑनलाइन संबोधित किया।
मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, केंद्र सरकार वाहनों के लिए ‘फ्लेक्स’ इंजन अनिवार्य बनाने की योजनाओं पर काम कर रहा है। जिसके बाद वाहन पेट्रोल और एथेनॉल के मिश्रण पर, या केवल पेट्रोल या एथेनॉल पर भी चल सकते है। उन्होंने कहा की, चीनी और गन्ने से ज्यादा से ज्यादा एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देना जरुरी है। गडकरी ने कहा, भारत ने ईंधन आयात के लिए बहुत सारे पैसे खर्च किए हैं, और अब एथेनॉल उत्पादन में वृद्धि की जरूरत है। उन्होंने कहा, किसानों के गन्ने के लिए भी अच्छी कीमतें मिलेंगी, और चीनी उद्योग का भविष्य एथेनॉल उत्पादन से जुड़ा हुआ है।