बेंगलुरु: मंत्री शंकर पाटिल मुनेनकोप्पा ने सोमवार को कहा कि कर्नाटक में न केवल गन्ना, बल्कि मक्का और धान का उपयोग करके एथेनॉल के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक एथेनॉल नीति (Ethanol policy) बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा की, प्रस्तावित नीति के लिए सिफारिशें करने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम जल्द ही गठित की जाएगी। उन्होंने कहा, एस निजलिंगप्पा अनुसंधान संस्थान के विशेषज्ञों और अधिकारियों की एक समिति एक महीने के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए बनाई जाएगी। मैं अन्य राज्यों में अपनाए गए एथेनॉल उत्पादन और प्रचार प्रथाओं का अध्ययन करने के लिए दिल्ली भी जा रहा हूं।
मंत्री शंकर पाटिल मुनेनकोप्पा ने कहा की, पेट्रोलियम कंपनियां अब चीनी मिलों में उत्पादित एथेनॉल खरीद रही हैं, लेकिन राज्य में एथेनॉल का उत्पादन मांग के मुकाबले कम है। किसानों को सशक्त बनाने और उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए चीनी, मक्का और धान आधारित एथेनॉल को बढ़ावा देने की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी एथेनॉल नीति बनाने पर सहमति जताई है। इस योजना में एथेनॉल उत्पादकों के लिए सब्सिडी, बैंक ऋण, लाइसेंस सरलीकरण और अन्य सुविधाएं देना शामिल है।