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नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (PTI) कच्चे तेल की कीमतों में तीन से पांच प्रतिशत की अनुमानित वृद्धि से देश का निर्यात कारोबार प्रभावित होगा। यह बात भारतीय व्यापार संवर्द्धन परिषद (टीपीसीआई) ने मंगलवार को कही।
उल्लेखनीय है कि ईरान से कच्चा तेल आयात करने पर देश को अमेरिकी प्रतिबंधों से मिली छूट समाप्त होने जा रही है। अमेरिका ने प्रतिबंध से दी गई छूट की अवधि आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है।
परिषद के चेयरमैन मोहित सिंगला ने कहा, ‘‘ निर्यात क्षेत्र पर प्रभाव पड़ना तय है क्योंकि सभी तरह के उत्पादन एवं सेवाओं में कच्चा तेल एक मध्यवर्ती सामान की तरह इस्तेमाल होता है।’’
सिंगला का मानना है कि प्रतिबंधों से मिली छूट को खत्म करने से कच्चे तेल की कीमत तत्काल तीन से पांच प्रतिशत बढ़ जाएगी।
सिंगला ने कहा कि एक अनुमान के मूताबिक तेल की कीमतों में 10 प्रतिशत की वृद्धि से व्यापार घाटा सात अरब डॉलर बढ़ जाएगा। इसके परिणामस्वरूप व्यापार घाटा 5.6 प्रतिशत बढ़ जाएगा और जीडीपी में 0.2 प्रतिशत की कमी आएगी। इससे रुपये पर भी दबाव बढ़ेगा और इसका असर महंगे आयात के रूप में सामने आयेगा।
सरकार ने कहा है कि अमेरिका के प्रतिबंध छूट की समयसीमा को आगे नहीं बढ़ाने के फैसले से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिये वह पूरी तरह तैयार है।