नई दिल्ली : चीनी मंडी
घरेलू बाजारों में चीनी की कीमतों में दबाव देखा जा रहा हैं, तो दूसरी तरफ सरकार द्वारा दिसंबर के चीनी बिक्री कोटा में वृद्धि हुई है। ‘इस्मा’ (ISMA) के महानिदेशक, अविनाश वर्मा ने एक निजी न्यूज़ चेंनेल से बात करते हुए कहा की, “अब जब ब्राजील का उत्पादन समाप्त हो गया है, तो अब दुनिया की नजरे भारतीय चीनी उत्पादन की तरफ है और इसलिए वैश्विक कीमतों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय चीनी को आकर्षित करने के लिए एक अच्छे स्तर पर आना होगा। मेरा मानना है कि, भारत के पास दिसंबर से अप्रैल तक चीनी निर्यात करने का अवसर है। हमारे पास लगभग 4-5 महीने की अवधि है, जहां दुनिया को भारतीय चीनी आकर्षक लगेगी।
दिसंबर में आये 21.50 लाख टन चीनी बिक्री कोटा पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “अगर आप वास्तव में देश में चीनी की कुल खपत देखते हैं, तो 12 महीनों के लिए लगभग 260 लाख टन है और यदि आप बस इसे 12 से विभाजित करते हैं हर महीने लगभग 21-22.5 लाख टन आना चाहिए। दिसंबर में बिक्री का 21.5 लाख टन का आंकड़ा कीमतों पर कोई दबाव नहीं डालने वाला है।”
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