प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी, श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि प्रदेश की 126 सहकारी गन्ना समितियों एवं चीनी मिल समितियों में 378 फसल अवशेष प्रबंधन यन्त्रों यथा- ट्रैश मल्चर एवं रिवर्सिबल एम.बी.प्लाऊ, फार्म मशीनरी बैंक में उपलब्ध करा दिये गये हैं, जो गन्ना किसानों को गन्ना/चीनी मिल समितियों के माध्यम से न्यूनतम किराये पर उपलब्ध कराये जायेंगे।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए श्री भूसरेड्डी ने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन यन्त्रों के प्रयोग से गन्ने की पत्तियों का खेत में ही काटकर मिलाने से जहाँ एक ओर गन्ना किसानों को भूमि उर्वरता शक्ति बढ़ाने में सहयोग प्राप्त होगा वहीं दूसरी ओर उन्हें महँगे यन्त्रों को क्रय करने की भी जरूरत अब नहीं पड़ेगी। इस प्रकार गन्ना एवं चीनी मिल समितियों से न्यूनतम किराये पर फसल अवशेष प्रबंधन यन्त्रों को प्राप्त कर गन्ना किसान दोहरा लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
गन्ना आयुक्त ने यह भी बताया कि गन्ना खेती मे लागत को कम करने के उद्देश्य से यंत्रीकरण को बढावा देने हेतु सहकारी गन्ना समितियों एवं चीनी मिल समितियों मे फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना की जा रही है। इस योजना के अन्तर्गत गन्ना के खेती मे उपयोग मे आने वाले एंव फसल अवशेष प्रबन्धन से सम्बन्धित 12 प्रकार के 35 कृषि यंत्रों को रखा जायेगा तथा ऐसे कृषक जो उपर्युक्त यंत्रों को खरीद कर उपयोग नही कर सकते, उन्हें किराये पर गन्ना समितियों के माध्यम से यह यंत्र उपलब्ध कराये जायेगे। इस योजना के माध्यम से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा तथा समय की भी बचत होगी।