छपरा, बिहार: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हल में हुए सारण दौरे में चीनी मिल शुरू करने को लेकर ऐलान न होने से इलाके के किसान नाराज हुए। किसानों के अनुसार, इस इलाके में चीनी मिल शुरू करने को लेकर चुनावों के दौरान कई नेता वादा तो करते है, लेकिन एक बार चुनाव हो जाने के बाद उस वादे को भूल जाते है।
सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि, मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर सारण की जनता में उम्मीद की किरण जगी थी लेकिन उन्होंने चीनी मिल या अन्य किसी बड़ी परियोजनाओं की घोषणा नही की। सिंह ने कहा कि, 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सारण के विकास के लिए कई वादे किए थे, लेकिन जनता के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए अभी तक कोई फैसला मूर्तरूप में नहीं आ सका है। चीनी मिल को भी खोलने की घोषणा की गई थी, लेकिन वह अभी तक केवल घोषणा बनकर ही रही है।